वास्तु शास्त्र के अनुसार, रसोईघर को दक्षिण-पूर्व दिशा में होना सबसे अच्छा माना जाता है। लेकिन अगर आपका रसोईघर उत्तर दिशा में है तो घबराने की जरूरत नहीं है। कुछ सरल उपायों से आप इस दिशा के नकारात्मक प्रभाव को कम कर सकते हैं।
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उत्तर दिशा में रसोईघर के नुकसान:
- स्वास्थ्य समस्याएं: पाचन समस्याएं, सिरदर्द, थकान आदि हो सकती हैं।
- आर्थिक समस्याएं: धन हानि और आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।
- परिवारिक कलह: घर में तनाव और झगड़े बढ़ सकते हैं।
उत्तर दिशा में रसोईघर के लिए उपाय:
- अग्नि तत्व को बढ़ाएं:
- लाल, नारंगी या पीले रंग का इस्तेमाल करें।
- तांबे या पीतल के बर्तन रखें।
- उत्तर-पूर्व कोने में एक पिरामिड रखें।
- रोजाना शाम को घी का दीया जलाएं।
- जल तत्व को संतुलित करें:
- रसोई में मछलीघर या पानी का फव्वारा न रखें।
- रसोई को साफ-सुथरा रखें।
- लकड़ी के चम्मच और कटिंग बोर्ड का इस्तेमाल करें।
- उत्तर-पूर्व कोने में मनी प्लांट लगाएं।
- रसोई का लेआउट:
- चूल्हा दक्षिण-पूर्व कोने में हो।
- सिंक उत्तर-पूर्व कोने में हो।
- रेफ्रिजरेटर दक्षिण-पश्चिम कोने में न हो।
- अच्छी हवादार व्यवस्था हो।
एक वास्तु विशेषज्ञ से सलाह लें
आपके घर के विशिष्ट लेआउट के लिए एक वास्तु विशेषज्ञ से सलाह लेना सबसे अच्छा होगा। वे आपको व्यक्तिगत सुझाव दे सकते हैं। इन उपायों से आप अपने उत्तर दिशा के रसोईघर को सकारात्मक ऊर्जा से भर सकते हैं और एक सुखद घर बना सकते हैं।