Jaipur: राजस्थान की राजधानी जयपुर के बाहरी इलाके में Jaipur-अजमेर हाईवे पर शुक्रवार की सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ। एक CNG टैंकर और एक ट्रक की टक्कर के बाद भीषण आग लग गई, जिसमें अब तक 14 लोगों की जान जा चुकी है और कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों का इलाज Jaipur के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है, जिनमें से कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है। इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और खतरनाक पदार्थों के परिवहन के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के अनुसार, हादसा भांकरोटा इलाके के पास हुआ, जहाँ एक CNG से भरा टैंकर यू-टर्न ले रहा था। तभी Jaipur की ओर से आ रहे एक कंटेनर ट्रक ने उसे टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि टैंकर से गैस का रिसाव शुरू हो गया और कुछ ही पलों में आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। धमाका इतना तेज था कि इसकी आवाज 10 किलोमीटर तक सुनाई दी और धुएं का गुबार कई किलोमीटर दूर तक देखा जा सका। आग की चपेट में आसपास के कई वाहन भी आ गए, जिनमें से 35 से ज्यादा पूरी तरह जलकर खाक हो गए।
हादसे की भयावहता:
यह हादसा इतना भयानक था कि मौके पर चीख-पुकार और अफरा-तफरी का माहौल बन गया। आग की लपटें इतनी ऊंची थीं कि उन्हें दूर से ही देखा जा सकता था। चारों तरफ धुएं का गुबार छाया हुआ था, जिससे राहत और बचाव कार्यों में भी बाधा आई। हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जले हुए वाहनों के सिर्फ लोहे के ढांचे ही बचे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कुछ लोग अपनी जान बचाने के लिए वाहनों से बाहर भी नहीं निकल पाए।
तत्काल प्रतिक्रिया और राहत कार्य:
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल की गाड़ियाँ मौके पर पहुँच गईं। आग पर काबू पाने के लिए दमकल कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहाँ उनका इलाज चल रहा है। गंभीर रूप से जले हुए लोगों को जयपुर के SMS अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रशासन ने भी तत्काल राहत कार्य शुरू कर दिए और मृतकों के परिजनों को सहायता राशि देने की घोषणा की है।
मृतकों और घायलों की संख्या:
इस दर्दनाक हादसे में अब तक 14 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें से 13 की मौत SMS अस्पताल में और एक की जयपुरिया अस्पताल में हुई है। कई घायलों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। प्रशासन द्वारा मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा देने की घोषणा की गई है।
जांच के आदेश:
राज्य सरकार ने इस हादसे की गंभीरता को देखते हुए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। जयपुर के जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी ने एक जांच कमेटी का गठन किया है, जिसमें विभिन्न विभागों के छह अधिकारियों को शामिल किया गया है। यह कमेटी हादसे के कारणों की गहनता से जांच करेगी और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सुझाव देगी।
सड़क सुरक्षा पर सवाल:
इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और खतरनाक पदार्थों के परिवहन के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। CNG जैसे ज्वलनशील पदार्थों के परिवहन के दौरान विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। इस हादसे ने यह भी दिखाया कि आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए हमारी तैयारी कितनी कम है।
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया:
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने अधिकारियों को घायलों के उचित इलाज और मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए विशेष अभियान चलाने और ब्लैक स्पॉट्स को ठीक करने के भी निर्देश दिए हैं।
आगे क्या?
इस हादसे की जांच जारी है और उम्मीद है कि जल्द ही इसके कारणों का पता चल जाएगा। लेकिन इस हादसे ने हमें एक बार फिर सड़क सुरक्षा और खतरनाक पदार्थों के परिवहन के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के महत्व को समझाया है। यह जरूरी है कि हम इस हादसे से सबक लें और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं।
मुख्य बातें:
- Jaipur-अजमेर हाईवे पर CNG टैंकर और ट्रक की टक्कर से भीषण आग।
- 14 लोगों की मौत, कई घायल गंभीर।
- 35 से ज्यादा वाहन जलकर खाक।
- उच्च स्तरीय जांच के आदेश।
- सड़क सुरक्षा पर फिर उठे सवाल।
यह हादसा एक बेहद दुखद घटना है और इसने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। हम मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।